विभाग
प्रत्येक ताल की सम्पूर्ण मात्राओं को कुछ भागों में
बांट दिया जाता है, जिसके प्रत्येक भाग को विभाग कहा जाता है। विभाग से ही हमें किसी
भी ताल की ताली व खाली की संख्या का ज्ञान होता है, कि किस ताल में कहाँ ताली और कहाँ
खाली है। प्रत्येक ताल के प्रथम विभाग की प्रथम मात्रा पर सन होता है। इसी प्रकार प्रत्येक
विभाग की प्रथम मात्रा पर नियमा- नुसार ताली या खाली अवश्य होती है। मात्रा की गिनती
करने के लिए हम अंगुलियों का प्रयोग करते हैं ।
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