॥ राग ॥
राग शब्द रंज धातु से आता है, जिसका
अर्थ है खुशी देना। राग कम से कम पांच या सात स्वरों की सुंदर अलबेली रचना है जो
सुनकर खुशी मिलती है।
राग के नियम :-
(1) राग में रंजकता होनी चाहिए।
(2) राग में कम से कम पांच और सात स्वर होने ज़रुरी हैं।
(3) किसी
भी राग में "स" स्वर वर्जित नहीं होता है।
(4) किसी भी राग में "म" और
"प" एक साथ वर्जित नहीं
होते हैं।
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